Israel में जानलेवा भगदड़ में जान गंवाने वालों के लिए राष्ट्रीय शोक दिवस का पालन
इजरायल ने 29 अप्रैल को माउंट मेरोन में हुई जानलेवा भगदड़ में मारे गए 45 लोगों के लिए राष्ट्रीय शोक दिवस का पालन किया। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान झंडे को आधे मस्तूल पर फहराया गया। विदेशों में देश के राजनयिक मिशन और सांस्कृतिक और खेल कार्यक्रम रद्द कर दिए गए।
इस घटना को सन 1948 में देश की स्थापना के बाद से इजरायल की सबसे खराब नागरिक आपदाओं में से एक के रूप में वर्णित किया गया था।
मरने वालों में 18 साल से कम उम्र के कम से कम 13 बच्चे और किशोर शामिल हैं। कुल 45 मृतकों में से छह अमेरिकी नागरिक, एक अर्जेंटीना और एक कनाडाई नागरिक शामिल हैं।
भीड़ को लेकर विशेषज्ञों द्वारा बार—बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी इस बात को अनदेखा किए जाने को लेकर यहां लोगों में प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश है। ऐसे में रविवार को एक न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक जांच समिति नियुक्त किए जाने की मांग की गई।
इसके अलावा रविवार को सेवानिवृत्त पुलिस प्रमुखों और आयुक्तों के एक समूह ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक पत्र लिखा, जिसमें उनसे जांच के लिए एक राष्ट्रीय समिति बनाए जाने की अपील की गई।
इजराइल में यहूदियों के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन लाग बाओमर के दौरान शुक्रवार सुबह भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए।
पुलिस की शुरूआती जांच से यह पता चला है कि इस दौरान एक संकरे रास्ते में से जाने के दौरान कुछ लोग फिसल गए थे, जिसके बाद से भगदड़ मची थी।
इस घटना में कम से कम 150 लोग घायल हुए हैं।
न्यूज सत्रोत आईएएनएस