रोज़ाना 2-3 खजूर खाने से होते है ये जबरदस्त फायदे
खजूर खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगता है। और यह फल एनर्जी से भरपूर होता है। खजूर के फल में आयरन, कैल्शियम, अमीनो एसिड, फास्फोरस और विटामिन्स होते हैं जो बॉडी को तुरंत एनर्जी देते हैं। एक खजूर में 23 कैलोरी होती है और कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता। इसलिए जो लोग वजन बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए यह परफेक्ट डाइट है। अगर रोज एक मुट्ठी यानी आठ से दस खजूर खाएं तो इससे हमारी बॉडी को कई सारे फायदे होंगे।
कब्ज़ में स्थाई आराम – कब्ज़ का मुख्य कारण होता है आँत में खुश्की होना और खजूर आँतों की खुश्की को पूरी तरह से खत्म करता है। खजूर के द्वारा कब्ज़ को पूरी तरह खत्म करने के लिये रोज सुबह दो-तीन खजूर को एक कटोरी ताजे पानी में डुबोकर रख दीजिये और रात होने तक रखा रहने दीजिये। रात को सोते समय इन खजूरों को खूब चबा चबा कर खा लीजिये। यह प्रयोग 7-15 दिनों तक लगातार कीजिये।
वजन बढ़ानें में लाभकारी – खजूर में सभी पोषक तत्व तो पाये ही जाते हैं इसके अतिरिक्त यह कैलोरी और ग्लुकोज़ का भी बहुत अच्छा स्रोत है जिस कारण से यह दुबले-पतले लोगों में वजन बढ़ाने का काम कर सकता है। वजन बढ़ाने का लाभ उठाने के लिये 14 साल से अधिक उम्र के लोग रोज पूरे दिन में 10-12 खजूर खूब चबा चबा कर खायें।
ऊर्जा देता है – खजूर में शरीर को तुरंत ऊर्जा देने की प्राकृतिक शक्ति होती है क्योंकि इसमें शुगर अधिक मात्रा में पायी जाती है। यह शुगर ग्लुकोज़ और फ्रक्टोज़ दोनों ही रूप में उप्लब्ध होती है । इस कारण से जब भी शरीर को अधिक ऊर्जा की जरूरत हो तो 2-3 खजूर खाकर ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है।
नाड़ीतंत्र को मजबूत करे – शरीर का नाड़ीतंत्र सबसे ज्यादा उलझे हुये तंत्रों में माना जाता है । सम्पूर्ण शरीरेंद्रियों का मस्तिष्क के साथ सम्पर्क मुख्यतः नाड़ीतंत्र के द्वारा ही सम्भव हो पाता है । खजूर नाड़ीतंत्र का परम मित्र सिद्ध होता है । खजूर में उपलब्ध पोटाशियम नाड़ीतंत्र के लिये बहुत जरूरी होता है । साथ ही साथ यह रक्त्चाप को नियमित रखता है और हृदय को भी मजबूत करता है ।
खून की कमी दूर करे – खजूर में शरीर के लिये लाभकारी और शरीर द्वारा आसानी से स्वीकार किया जाने वाला ऑयरन तत्व पाया जाता है । अतः खून की कमी से परेशान लोगों के लिये खजूर वास्तव में किसी वरदान से कम नही है । रक्ताल्प्तता के रोगियों के लिये रोज दो बार 2-2खजूर खाना पर्याप्त होता है ।